देश का मुद्दा
बांसगांव लोकसभा
यूपी ब्यूरो अनिरुद्ध विश्वकर्मा
जनता बदलाव के लिए बेसब्र, भारी मतों से जीतेगा इंडिया गठबंधन---सदल
गोरखपुर जिले के अन्तर्गत बांसगांव दूसरी लोकसभा सीट है,और देश की सुरक्षित सीटों में से एक है। इस सीट पर कांग्रेस के दलित नेता केन्द्रीय मंत्री , पूर्व राज्यपाल महावीर प्रसाद चार बार चुनाव जीते ।1962 से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छ बार जीत का परचम लहरा चुकी है। बीजेपी ने 1991मे जीत का खाता खोला था ।
सुरक्षित लोकसभा सीट बांसगांव पर बीजेपी के कमलेश पासवान तीन बार चुनाव जीत चुके हैं, चौथी बार बीजेपी ने कमलेश पासवान को टिकट दिया है। इंडिया गठबंधन ने संदल प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019के लोकसभा चुनाव में संदल प्रसाद बसपा से चुनाव लड़ें थे जो दूसरे स्थान पर रहे, इस बार इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक रहे हैं, जीत के प्रति आश्वस्त हैं, क्योंकि एक तरफ जहां कमलेश पासवान का जमकर के विरोध हो रहा है तो वही सदल प्रसाद की लोकप्रियता आम जनमानस के सर चढ़कर बोल रही है इसलिए इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सदल प्रसाद जीत के लिए आश्वस्त है ।बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि *हमारी लड़ाई किसी से नहीं है बांसगांव लोकसभा क्षेत्र की जनता इस बार पूरी तरह से बीजेपी के प्रत्याशी को नकार चुकी है , क्योंकि उन्होंने जनता का वोट लेकर जनता के साथ वादाखिलाफी किया है, सड़कें बदहाल है, विकास के नाम पर लूट हुआ है,हम हमेशा जनता के बीच रहे हैं, जनता के दुख सुख में हमारी सहभागिता रही है, अपार जनसमर्थन, व आशीर्वाद जनता का हमें मिल रहा है । ,,
सुत्रो के अनुसार बांसगांव सीट पर कांग्रेस का अच्छा खासा जनाधार दिखाई दे रहा है, बांसगांव लोकसभा की जनता एक नारा लगा रही है, योगी मोदी से बैर नहीं ,कमलेश तेरी खैर नहीं, तो कुल मिलाकर बीजेपी प्रत्याशी का इस बार कमल खिलने की सम्भावना धूमिल होती दिखाई दे रही है ।बसपा ने पूर्व आयकर आयुक्त डा रामसमूझ को अपना प्रत्याशी बनाया है, । बांसगांव लोकसभा सीट पर , गोरखपुर लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी रहती है, क्योंकि यह दोनों सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाक का सवाल होता है। लोगो का कहना है कि बसपा प्रत्याशी डा रामसमूझ वोट कटवा की भूमिका में रहेंगे, क्षेत्र में उनका कोई जनाधार नहीं है।
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